Operation Sindoor: पाकिस्तान की फायरिंग में भारत के सीमावर्ती गांवों के 3 नागरिकों की मौत, भारतीय सेना ने दी जानकारी

India Strikes in Pakistan: जम्मू-कश्मीर में 6-7 मई की रात नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना की अंधाधुंध गोलीबारी और गोलाबारी में तीन लोगों की मौत हो गई. रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना गोलीबारी का उचित तरीके से जवाब दे रही है. उन्होंने कहा कि छह और सात मई की दरमियानी रात को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के उस पार नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित चौकियों से अंधाधुंध गोलीबारी और गोलाबारी की. सूत्रों के मुताबिक, अंधाधुंध गोलीबारी और गोलाबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई.
भारतीय सशस्त्र बलों ने पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद सख्त जवाबी करते हुए मंगलवार देर रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किये, जिनमें आतंकवादी समूहों लश्कर-ए-तोएबा और जैश- ए- मोहम्मद के गढ़ भी शामिल हैं. रक्षा मंत्रालय ने देर रात 1.44 बजे एक बयान में कहा कि सैन्य हमले 'ऑपरेशन सिन्दूर' के तहत किए गए. इसमें कहा गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई 'केंद्रित और नपी-तुली थी.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारतीय मिसाइल हमलों को 'युद्ध की कार्रवाई' करार दिया और कहा कि उनके देश को 'उचित जवाब' देने का पूरा अधिकार है. भारत की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'कुछ समय पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में उन आतंकवादी बुनियादी ढांचे पर हमला करते हुए 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जहां से भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों का मंसूबा बनाया गया और इसे निर्देशित किया गया.' इसमें कहा गया, 'किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्य के चयन और क्रियान्वयन के तरीके में काफी संयम दिखाया है.' सूत्रों ने कहा कि सभी नौ ठिकानों पर हमले सफल रहे और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की बारीकी से निगरानी की.
आतंकी ठिकानों को बनाया निशाना
अधिकारियों ने बताया कि जिन नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया उनमें बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय शामिल है. ये दोनों पाकिस्तान के पंजाब में हैं. लाहौर से थोड़ी दूरी पर स्थित मुरीदके, एक विशाल 'मरकज़' यानी लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का अड्डा है और बहावलपुर जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य गढ़ है. मामले से परिचित लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अन्य लक्ष्य - कोटली और मुजफ्फराबाद पीओके के क्षेत्र हैं जहां लश्कर और जैश दोनों के लंबे समय से आतंकी शिविर और प्रशिक्षण सुविधाएं हैं.
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