US China Relations: अमेरिका के लिए ड्रैगन बना सबसे बड़ा खतरा! ये खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट खोल देगी ट्रंप की आंखें

US China Tensions: अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की हालिया रिपोर्ट में चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए 'सबसे व्यापक और मजबूत सैन्य खतरा' करार दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन अमेरिकी सरकार, निजी क्षेत्र और अहम बुनियादी ढांचा नेटवर्क के लिए सबसे एक्टिव और सतत 'साइबर खतरा' भी बना हुआ है. ये रिपोर्ट मंगलवार (25 मार्च) को जारी ‘वर्ष 2025 वार्षिक खतरा आकलन (एटीए)’ के तहत प्रकाशित हुई.
रिपोर्ट में चीन के अलावा रूस, ईरान और उत्तर कोरिया को भी अमेरिका और उसके वैश्विक हितों के लिए बड़ा खतरा बताया गया है. इसके साथ ही भारत को चीन के साथ इलीगल फेंटेनाइल के मूलभूत रसायनों और गोली बनाने वाले उपकरणों के प्राथमिक स्रोत के रूप में सूचीबद्ध किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार रूस यूक्रेन युद्ध को 'पश्चिम के साथ एक छद्म संघर्ष' के रूप में देखता है जो अमेरिका के लिए नई चुनौतियां पेश करता है.
चीन बना अमेरिका के लिए सबसे बड़ी चुनौती
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन वैश्विक स्तर पर अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने में सबसे सक्षम देश बनकर उभरा है. हालांकि रूस, ईरान और उत्तर कोरिया की तुलना में चीन ज्यादा एक्टिव तरीके से अपनी आर्थिक और कूटनीतिक छवि बनाए रखने की कोशिश कर रहा है. इसके बावजूद उसकी सैन्य और तकनीकी क्षमताएं अमेरिका के लिए गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं.
चीन की साइबर ताकत अमेरिका के लिए खतरा
खुफिया रिपोर्ट के अनुसार चीन ने अपनी जबरदस्त साइबर क्षमताओं का प्रदर्शन किया है जो अमेरिकी इंफ्रास्ट्रक्चर को कमजोर करने में सक्षम हैं. अगर अमेरिका और चीन के बीच संघर्ष की स्थिति पैदा होती है तो बीजिंग अपनी इन क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल कर सकता है.
सैन्य आधुनिकीकरण के जरिये शक्ति प्रदर्शन
रिपोर्ट के अनुसार, चीन अपनी पारंपरिक सैन्य ताकत के साथ-साथ रणनीतिक क्षमताओं को भी लगातार मजबूत कर रहा है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) एक ऐसे संयुक्त बल का निर्माण कर रही है जो क्षेत्रीय विवादों के दौरान अमेरिका के हस्तक्षेप को रोक सके और वैश्विक स्तर पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर सके।
प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के खिलाफ रणनीति बना रहा चीन
रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि चीन अपने सैन्य आधुनिकीकरण के तहत प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और उसके सहयोगी सैन्य अभियानों के खिलाफ जवाबी रणनीति विकसित कर रहा है. PLA के पास गुआम, हवाई और अलास्का जैसे अमेरिकी क्षेत्रों पर लंबी दूरी तक पारंपरिक हथियारों से हमला करने की क्षमता है. इससे साफ जाहिर होता है कि चीन अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाकर अमेरिका के वैश्विक प्रभाव को चुनौती देने की पूरी तैयारी में है.
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